5 Apr 2013

Ek Shuruwat 2



अब मैंने फिर से अपनी किस्मत आजमाने का फैसला किया और अबकी बार बिलकुल ऋचा से सटकर लेटा जिससे की मैं रीता तक आराम से छु सकू| मेने अपना हाथ पहले तो ऋचा के ऊपर रखा फिर धीरे से उसे रीटा की तरफ ले गया अब मेने पहले बड़ी सावधानी से रीटा के बूब को छुआ फिर कुछ देर हाथ बूब पर रखा पर बिलकुल हलके से क्युकी मैं नहीं चाहता था कि उसे पता चल जाये इसलिए मैं सतर्क था फिर मेने धीरे धीरे से अपने हाथ का दवाब बढाया रीटा बिलकुल भी नहीं हिली अब मैं बिलकुल निश्चिन्त था अब मेने उसके बूब्स को सहलाने कि सोची और जैसे ही मेने बूब्स सहलाये और मेरी लोटरी निकल गयी रीटा ने ब्रा नहीं पहनी थी अब मैं धीरे धीरे उसके बूब सहलाने लगा और दुसरे हाथ से अपने लंड को सहलाने लगा अब मैं सातवे आसमान पर था मैं उसके निप्पल पकड़ना चाहता था पर मैं जानता था कि ऐसा करने पर ये मजे भी छीन जायेगे और मैं धीरे धीरे बूब्स सहलाने में लग गया कुछ देर बाद मेरे लंड ने एक धार छोड़ी और मैं खड़ा होकर बाथरूम में गया और हाथ साफ़ करके वापिस आया और टाइम देखा तो 4 बज गए थे फिर मैं भी जल्दी से सो गया|
अगले दिन में देर तक सोता रहा घर में सभी जग गए थे मेरी भी नींद तो खटपट से खुल गयी थी पर मेने आँखे नहीं खोली थी तभी मम्मी, मोसी और ऋचा कमरे में आये! मम्मी ने कहा कितना नालायक लड़का है 11 बजे तक सो रहा है तो ऋचा बोली मोसी भैया को सोने दो उनको रात को ठण्ड लग रही थी इसलिए वो रात को सही से नहीं सो पाए होगे मेरी मोसी ने पूछा तुझे कैसे मालूम तो उसने बोला की रात को ठण्ड की वजह से वो बार बार मुझसे चिपक रहे थे ये सुनते ही मेरी गांड फट गयी क्युकि इसके तो सिर्फ चिपका था जिसके साथ मैं खेला था उसने कुछ बोल दिया तो.... तभी ऋचा बोली सुबह तो दीदी भी मेरे चिपक गई थी ठण्ड के मारे आप दोनों को रात को एक एक चद्दर देना!
अब मेरी गांड फट रही थी पांच मिनट बाद जब वो लोग कमरे से निकले मैं उठा और सोचा क्या करू तभी मोसी कमरे में आई और बोली बेटा तू जल्दी से हम सभी को बाज़ार ले चल मेने कहा अभी तो मोसी बोली हाँ!! तू तैयार हो जा ! तभी कमरे में रीता आई उसको देखते ही मेरे होश उड़ गए क्युकि डर था की अब वो मुझे क्या बोलेगी मैं बाथरूम की तरफ जाने लगा तो वो बोली रात को क्या मैं कुछ देर के लिए इन्टरनेट इस्तेमाल कर सकती हु मेने कहा इसमें क्या पूछना है तो वो बोली नहीं इधर तेरे कमरे में मेने कहा ठीक है मैं इंतजाम कर दूंगा! उसने मुझे गले लगा लिया और thanx कहा हम पहले भी ऐसा कई बार कर चुके है पर इस बार मुझे कुछ ज्यादा अच्छा महसूस हुआ! फिर मेने उन सब को बाज़ार छोड़ दिया अब मैं घर पे अकेले था तो मेने रात को बनाये हुए प्लान की तैयारी करनी शुरू कर दी पर अब मुझे डर भी लग रहा था क्युकि ऋचा की आंख खुल गयी थी अगर वो देख लेती तो... मेने एक दूसरा प्लान बनाया मैं आप की दूकान से एक डरावनी इंग्लिश मूवी ले कर आया और साथ मैं हैरी पोटर की भी ले आया! अब मैं रात होने का बेसब्री से इन्तेजार करने लगा तभी मुझे ध्यान आया की रीता को इन्टरनेट चाहिए था वो भी मेरे कमरे में. मेरे घर में कंप्यूटर ऊपर के कमरे में है और ऊपर का कमरा मेरे स्टडी के लिए ही इस्तेमाल होता है मेने अपने दोस्त को फ़ोन कर के उसका लैपटॉप और डाटा कार्ड ले लिया और सबसे पहले उसमे से सारी अश्लील सामग्री (BF) हटा दी!

शाम को करीबन 5 बजे मेरे पास फ़ोन आया की उनको बाज़ार में लेने को आऊ मैं बाज़ार पंहुचा ऋचा ने कहा की चलो घुमने चलते है और हम सब घुमने निकल गए और रात को 8 बजे खाना पैक करा कर घर गए और पापा हमे गाते पर ही मिल गए! पापा ने कहा की आज मुझे देर रात तक काम करना है तो मैं स्टडी में जा रहा हु मेरे सारे सपने सारे प्लान चौपट हो गए क्युकि मैं जनता था की पापा सोने से पहले कमरे में जरूर आयेगे! अभी मैं कपडे बदल कर बाहर आया तो रीता ने कहा फक मुझे इन्टरनेट इस्तेमाल करना था मेने उसे कहा मैं तेरे लिए लैपटॉप ले आया हु ये सुन कर वो बहुत खुश हुयी और मेरे गले लग कर मेरे गालो पे किस किया! मैं तो बिलकुल ब्लेंक हो गया था क्युकि अब मेरी सोच उसके लिए बदल गयी थी रीता ने कहा तू मेरा सबसे अच्छा भाई है मेने भी कहा और तू मेरी सबसे अच्छी बहन... ये सुन कर ऋचा बोली और मैं मेने उसको कहा तू तो मेरी एंजेल है ये सुन कर वो आई और मेरे दोनों गालो पे किस कर के गले लग गयी मैं तो सातवे आसमान पर पहुच गया और मेरा बाबुराव सलामी देने लगा वो तो अच्छा था की मेने ढीला सा लोवेर पहना था! मेने सोचा आज रात को तो मैं कुछ कर नहीं सकुगा तो बाईक चलते वक़त ही कुछ करना पड़ेगा!

रीता लैपटॉप पर अपना काम करने लगी मैं और ऋचा खाना खाने चले गए जब हम खाना खा कर कमरे में आये तो रीता ने बताया की उसका एडमिशन के इंटरवियु इंडिया में ही है और बॉम्बे में है पर २० दिन के बाद और उनके वापसी के टिकेट 6 दिन बाद के थे मेने कहा करते है कुछ पहले तू खाना खाले! वो खाना खा कर आई तो मम्मी, पापा और मोसी उसके साथ ही थे हम सभी टीवी के सामने बैठे थे मेने ऋचा को कहा चल आजा तुझे बाईक चलाना सिखाता हु इस पर पापा ने मना कर दिया आज नहीं कल सिखाना मेरा मूड ख़राब हो गया पहले तो रात का फिर अब बाईक का भी प्रोग्राम केंसिल हो गया मेने सोचा की आज का तो दिन ही खराब है !
पापा ने मोसा जी को यानि की रीता के पापा को फ़ोन लगाया और सारी बात बताई पापा और मोसा जी में कोई 15 -20 मिनट बात हुयी उसके बाद मोसा जी ने फ़ोन फिर से करता हु कह कर काट दिया पापा ने मुझे कहा की तू जाकर आईस क्रीम ले आ मैं ऋचा को साथ ले जाने लगा तो पापा ने कहा कार ले कर जाना मैंने कहा ये मौका भी गया खैर मैं गया और जब वापिस आया उस बीच जो हुआ उसने ना सिर्फ मेरा दिन बल्कि कई सारे दिन अच्छे बना दिए! मुझे पता चला की मोसी और ऋचा तो 6 दिन बाद ही जा रही है पर रीता मेरी जान यही पर रुक रही है और वो मेरे साथ मुंबई जाएगी फिर वही से उसकी UAE की फ्लाईट बुक होगी अब मैं बहुत खुश था की अब हम दोनों कुछ दिन बिलकुल अकेले रहेगे और ये मेरे लिए 1 सुनहरा मौका होगा!

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